EV खरीदने से पहले जानें ये 7 जरूरी बातें – बैटरी, रेंज और चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर

EV खरीदने से पहले जानें ये 7 जरूरी बातें – बैटरी, रेंज और चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर

1. बैटरी क्षमता और रेंज की वास्तविकता

EV की बैटरी क्षमता (kWh) और उसकी रेंज (कितनी दूरी तय कर सकती है) सबसे महत्वपूर्ण पहलू हैं। कंपनियां अक्सर ARAI सर्टिफाइड रेंज का दावा करती हैं, जो आदर्श परिस्थितियों में होती है। हालांकि, वास्तविक दुनिया में यह रेंज कम हो सकती है, जैसे कि Tata Nexon EV की वास्तविक रेंज लगभग 230-250 किमी होती है, जबकि दावा 325 किमी का है। ​

2. चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर की उपलब्धता

भारत में चार्जिंग स्टेशन की संख्या बढ़ रही है, लेकिन यह अभी भी सीमित है, खासकर ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में। चार्जिंग स्टेशन की उपलब्धता आपके EV उपयोग को प्रभावित कर सकती है। ​

3. चार्जिंग विकल्प और समय

EV चार्जिंग के लिए विभिन्न विकल्प होते हैं:

4. सरकारी सब्सिडी और प्रोत्साहन

भारत सरकार FAME-II योजना के तहत EV खरीद पर सब्सिडी प्रदान करती है, जो वाहन की बैटरी क्षमता और कीमत पर निर्भर करती है। इसके अलावा, विभिन्न राज्य सरकारें भी अतिरिक्त प्रोत्साहन प्रदान करती हैं। ​

5. मेंटेनेंस और संचालन लागत

EVs में पारंपरिक वाहनों की तुलना में कम चलती-फिरती पार्ट्स होती हैं, जिससे मेंटेनेंस लागत कम होती है। इसके अलावा, बिजली की लागत पेट्रोल या डीजल की तुलना में कम होती है, जिससे संचालन लागत भी कम होती है। ​

6. बैटरी वारंटी और जीवनकाल

EV बैटरी की वारंटी आमतौर पर 8 साल या 1,60,000 किमी तक होती है, लेकिन यह निर्माता और मॉडल पर निर्भर करती है। बैटरी की गुणवत्ता और उपयोग के तरीके से इसका जीवनकाल प्रभावित हो सकता है। ​

7. चार्जिंग स्थान और समय की योजना

EV उपयोगकर्ताओं को अपने यात्रा मार्ग की योजना बनाते समय चार्जिंग स्टेशन की उपलब्धता और चार्जिंग समय को ध्यान में रखना चाहिए। यह विशेष रूप से लंबी दूरी की यात्राओं के लिए महत्वपूर्ण है।

निष्कर्ष

EV खरीदने से पहले उपरोक्त बिंदुओं पर विचार करना आवश्यक है। यह सुनिश्चित करेगा कि आप एक सूचित निर्णय लें और भविष्य में किसी प्रकार की असुविधा से बच सकें।​

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