कोटा में एक दुखद घटना ने सारे देश को चौंका दिया, जहां West bengal से आए 20 वर्षीय NEET Aspirant Faureed Hussain ने आत्महत्या कर ली। यह साल का 28वां मामला है, जिसमें कोटा के छात्रों की आत्महत्याएं बढ़ रही हैं।
फौरीद, जो एक साल से NEET की तैयारी कर रहा था, ने वक्फ नगर में अपने किराए के कमरे में फांसी लगाई। इस दुखद समय में कोटा छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य को लेकर चिंता बढ़ रही है।
यह घटना सोमवार शाम को सामने आई जब फौरीद के दोस्तों ने उसकी अनुपस्थिति से चिंता की और उससे मिलने का प्रयास किया। फौरीद को आखिरी बार दोपहर में देखा गया था, और जब उसने कॉल का जवाब नहीं दिया, तो उसके दोस्तों ने घर के मालिक से मदद मांगी। इसके बाद पुलिस को सूचित किया गया, जिन्होंने दरवाजा तोड़कर फौरीद की लाश पाई। दुर्भाग्यवश, कोई सुसाइड नोट नहीं मिला, जिससे उसके इस कदम के पीछे का कारण स्पष्ट नहीं हो सका।
फौरीद हुसैन पश्चिम बंगाल के बिरहुम जिले के रहने वाले थे और जुलाई से कोटा में रह रहे थे। उन्होंने अन्य कोचिंग छात्रों के साथ आवास साझा किया।
फौरीद का निधन उसके माता-पिता के लिए एक अद्भुत क्षति है, जिन्हें इस दुखद समय में हमारी शोक भावना है। कोटा में छात्रों की आत्महत्याओं के बारे में चिंता बढ़ रही है और आधिकारिकों से अपील है कि वे इस मामले का गहराई से जांच करें और छात्रों की मानसिक स्वास्थ्य की देखभाल में सकारात्मक कदम उठाएं।
यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना सितंबर में हुई ऐसी ही एक घटना के बाद हुई है, जहां यूपी के मऊ की एक 16 वर्षीय लड़की, जो कोटा में NEET की अभ्यर्थी थी, ने जहर खा लिया था। कोचिंग संस्थानों का केंद्र माने जाने वाले शहर कोटा में इस साल यह 28वीं आत्महत्या है।
इस साल के फौरीद हुसैन के निधन के साथ, यह समझौता बढ़ाता है कि छात्रों को इन चुनौतियों का सामना करते हुए उनके मानसिक स्वास्थ्य को पहले रखा जाना चाहिए, ताकि वे अपने लक्ष्यों की दिशा में प्रगति कर सकें और आत्म-समर्पण से भरा हुआ जीवन जी सकें।
देशवासियों से एक सामूहिक प्रयास की आवश्यकता है, ताकि हम एक समर्थन से भरी और सुरक्षित माहौल बना सकें, जिससे छात्र सपनों की पट्टी में अपने करियर की शुरुआत कर सकें, जिसमें उनकी मानसिक सेहत भी सर्वोच्च प्राथमिकता हो।